फिर गरजा मगरे का शेर ..

हैमंत गौड़
अपनी आक्रामक छवि से प्रदेश भर में पहचाने जाने वाले देवीसिंह भाटी एक बार फिर अपनी चिर परिचित शैली में नजर आए।
हुवा कुछ यूं कि शहर से सटती शरह नत्थाणीया गोचर भूमि पर अतिक्रमण रोकने व वन्य जीवों की रक्षार्थ चार दिवारी का निर्माण हो रहा है। इस चारदीवारी के निर्माण लिए पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी की अगुवाई में 15 मिनट में ही 50 लाख से अधिक की राशि इकट्ठी हो गयी और ये खबर अखबारों से लेकर न्यूज चैनलों की सुर्खियां भी बनी की प्रदेश की सबसे बड़ी चार दिवारी देवीसिंह भाटी की अगुवाई में बन रही है।
काम बदस्तूर जारी था कि आज दोपहर उक्त गोचर भूमि पर बन रही चार दिवारी का निर्माण रोकने के लिए इलाके के गिरदावर व पटवारी आ गए। गिरदावर व पटवारी ने आते ही काम बंद करने का हुक्म सुनाते हुवे उपस्थित लोगों को हड़काना शुरू कर दिया की किसकी इजाजत से ये चारदीवारी बना रहे हो।
उपस्थित गो सेवी व समाज सेवियों ने उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत करवाना चाहा लेकिन अफसरान ने एक न मानी।
इस प्रकरण की सूचना मिलते ही पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी मौके पर पहुंच गए। देवीसिंह भाटी के गोचर पहुचने व विवाद की सूचना मिलने पर सैकड़ो की संख्या में मौके पर जुट गए।
पूर्व मंत्री ने मौके पर पहुँचते ही सरकारी नुमाईंदों को खूब खरी खरी सुनाई। भाटी ने सरकारी कार्मिकों को आड़े हाथों लेते हुवे कहा कि गोचर में अवैध कॉलोनियां कट गई, श्मशान बन गए, बेहताशा अतिक्रमण हो गए जब आप की नींद नही खुली, अब जब गायों की सुरक्षा के लिए दीवार बन रही है तो इसमें रोड़ा डालने आ गए। ऐसा नही चलेगा, आपको यदि काम ही करना है तो पहले अतिक्रमण हटाओ और हमे निशानदेही दो नही तो दीवार का काम ऐसे ही चलेगा। भाटी ने अपने चिरपरिचित अंदाज में कहा चाहे गोली मार दो या मुकदमे दर्ज करवा दो, हम गोचर से टस से मस नही होंगे दीवार का निर्माण तो होकर रहेगा।