2700 खेजड़ियों से वृक्षारोपण का आगाज ..

देवीसिंह भाटी ..
अपनेआप में एक शख्सियत, राजस्थान ही नही बल्कि देश के कद्दावर नेता जो लगातार 7 विधानसभाओ में कोलायत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। लोकेन्द्र सिंह कालवी, राजनाथसिंह पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सरीखे व्यक्तित्वों के चहेते।
अपने आक्रामक स्वभाव के कारण कई बार व्यवस्था और प्रशासन के सामने डट कर खड़े होने वाले देवीसिंह भाटी का एक दूसरा पहलू भी है। गौ सेवा, गोचर, आगोर, कुवें, बावड़ियों, तालाबो व पर्यावरण के संरक्षण के लिए भाटी सहज उपलब्ध रहते हैं।
व्यस्तम दिनचर्या में से भी इन सब कामो के लिए समय निकालना और निरन्तर उपलब्ध रहना इनका प्रकृति के प्रति जुड़ाव दर्शाता है। हाल ही में बीकानेर की गोचर भूमि पर बन रही दीवार जो कि राजस्थान की सबसे बड़ी चारदीवारी है (सम्भवतः भारत की सबसे बड़ी) उसके निर्माण कार्य को देखने भी पूर्व मंत्री भाटी नियमित उपस्थित रहते हैं। इससे पूर्व भी जैसलमेर के भादरिया में भी तकरीबन 1लाख बीघा से ज्यादा गोचर की जमीन अतिकर्मियो से छुड़वाने के लिए व राजकीय रिकार्ड में इन्द्राज करवाने देवीसिंह भाटी ने अपने दलबल सहित भादरिया में डेरे डाल दिये थे। प्रशासन ने धारा 144 लगा दी और लोगो का जमावड़ा हटाने की कोशिश की लेकिन देवीसिंह भाटी व उनकी टीम व्यवस्था के सामने अड़ कर खड़ी हो गयी अंततः वो 1 लाख बीघा से अधिक जमीन गोचर के नाम चढ़ी।
इसी प्रकार बीकानेर की सरह नथाणीया की चारदीवारी के निर्माण रोकने के प्रयास किये गए जिस पर पूर्व मंत्री भाटी का क्लियर स्टैंड था कि चाहे गोली मार दो या मुकदमे दर्ज करवा दो, दीवार तो बनेगी।
देवीसिंह भाटी की ही अगुवाई में इस चारदीवारी की निर्माण के लिए गौ व पर्यावरण प्रेमियों ने खुलकर सहयोग किया और मात्र 15 मिनट से भी कम समय मे 50लाख से ज्यादा की राशि इकठ्ठी हो गयी।
इसी गोचर में आज एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया जब 2700 खेजड़ियों के साथ यहां वृक्षारोपण अभियान शुरू हुवा। भाटी के आव्हान पर सैकड़ो लोग गोचर पहुंचे और वृक्षारोपण किया।
पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी ने बताया कि वर्षा आने पर स्थानीय जलवायु के अनुकूल सेवण घास, कुमट का भी बीजारोपण किया जाएगा। लगाए गए वृक्षों की सिंचाई हेतु टेकरो की व्यवस्था की गई है जो नियमित रूप से सिंचाई करेंगे।